राष्ट्रीय पत्रकार महासभा ने किया सराहनीय कार्य फर्जी मामले में फंसाए गए पत्रकार को दिलाया इसांफ
प्रयागराज : राष्ट्रीय पत्रकार महासभा ने किया सराहनीय कार्य
फर्जी मामले में फँसाए गए चैनल पत्रकार को दिलाया इंसाफ
प्रयागराज जिले में राष्ट्रीय पत्रकार महासभा के पदाधिकारियों ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि संगठन हर पीड़ित पत्रकार की ढाल बनकर खड़ा है। हंडिया थाना क्षेत्र के एक प्रकरण में फर्जी तरीके से फँसाए गए पत्रकार को संगठन ने इंसाफ दिलाकर न सिर्फ उसकी प्रतिष्ठा बचाई, बल्कि पूरे पत्रकार समाज में विश्वास जगाया।
क्या है पूरा मामला?
प्रयागराज के चैनल पत्रकार सुरेंद्र कुमार बिंद ने कुछ महीने पहले अपनी निजी गाड़ी अपने पड़ोसी को बेच दी थी। पड़ोसी होने के नाते औपचारिकता पूरी करने की जगह उन्होंने गाड़ी ट्रांसफर कराने की प्रक्रिया टाल दी और केवल स्टाम्प पेपर पर लिखकर हस्ताक्षर भी नहीं कराए। इसी बीच उसी वाहन का इस्तेमाल बिजली चोरी के एक मामले में किया गया, और हंडिया पुलिस ने वाहन मालिक होने के नाते सुरेंद्र कुमार का नाम भी आरोपियों की सूची में डाल दिया।
जबकि गाड़ी के खरीदार ने पुलिस के सामने स्पष्ट बयान दिया था कि यह गाड़ी उसने खरीदी है और इस मामले से पत्रकार सुरेंद्र कुमार का कोई संबंध नहीं है। इसके बावजूद पुलिस ने उसकी गवाही को दरकिनार कर दिया।
महासभा ने संभाली कमान
यह मामला जैसे ही राष्ट्रीय पत्रकार महासभा प्रयागराज इकाई के संज्ञान में आया, सभी पदाधिकारी सक्रिय हो गए। संगठन का प्रतिनिधिमंडल डीसीपी प्रयागराज से मिला और एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा। महासभा ने साफ कहा कि निर्दोष पत्रकार को इस प्रकार फर्जी मामलों में फँसाना लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर सीधा हमला है।
डीसीपी प्रयागराज ने तत्काल हंडिया थाना प्रभारी से बातचीत कर निष्पक्ष जांच के आदेश दिए, साथ ही यह भी निर्देश दिया कि पत्रकार सुरेंद्र कुमार को इस मामले में किसी भी प्रकार से परेशान न किया जाए।
📌 पत्रकार समाज में खुशी की लहर
संगठन की इस मुस्तैदी से पूरे प्रयागराज के पत्रकार समाज में खुशी की लहर दौड़ गई। पत्रकारों ने महासभा के पदाधिकारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जब भी पत्रकारों पर संकट आएगा, संगठन हमेशा उनकी ढाल बनकर खड़ा रहेगा।
संगठन की भूमिका पूरे देश में
बताते चलें कि राष्ट्रीय पत्रकार महासभा देशभर में पत्रकारों के हितों की रक्षा करने, उन्हें न्याय दिलाने और उनके उत्पीड़न की घटनाओं के खिलाफ आवाज उठाने के लिए जानी जाती है। हाल ही में संगठन ने कई जिलों में पत्रकारों के साथ हुए अन्याय के मामलों में प्रशासन से सीधी लड़ाई लड़कर जीत हासिल की है। प्रयागराज का यह मामला भी उसी कड़ी का हिस्सा है।
पदाधिकारियों की उपस्थिति
इस मौके पर संगठन के कई वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे और उन्होंने साफ कहा कि किसी भी पत्रकार को गलत तरीके से फँसने नहीं दिया जाएगा। महासभा का एकमात्र लक्ष्य है – पत्रकारों की सुरक्षा, सम्मान और न्याय सुनिश्चित करना।