सीटू के बैनर तले अपनी मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने रैली निकाल कर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर रीवा को सौपा ज्ञापन। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ ने मुख्यमंत्री के खिलाफ हाय हाय के लगाए नारे। सरकार बना सकते है तो सरकार गिरा भी सकते है - शशिकला पांडेय जिलाध्यक्ष रिपोर्टर-कुशमेन्द्र सिंह         NNW News/Ind24 News     रीवा/आज पूरे जिले के आंगनबाड़ी कर्मियों ने मानदेय मे बृद्धि की विसंगतियों को दूर कर आदेश तुरंत जारी किये जाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर रीवा को ज्ञापन सौंपा गया। लगातार बढ़ती भीषण महगाई के चलते प्रदेश में विभिन्न श्रेणी के संविदा कर्मियों व अन्य श्रेणी के कर्मचारियों के वेतन में जो वेतन वृद्धि सरकार के द्वारा की गयी है उसके अनुपात में प्रदेश सरकार द्वारा आंगनवाडी कर्मियों के मानदेय वृद्धिमात्र की है। जहा पर सरकार द्वारा मानदेय वृद्धि में सहायिकाओं एवं मिनी आंगनवाड़ी केन्द्र की कार्यकर्ताओं के मानदेय में बेहद सीमित वृद्धि के माध्यम से सरकार ने दोहरा भेदभाव किया जा रहा है तथा 2018 की वृद्धि की राशि से काटे गये राशि की वापसी के अलावा मानदेय में कोई वृद्धि ही नहीं की गयी। यू मुख्यमंत्री के द्वारा कई बार घोषणा की गयी लेकिन इसका आदेश आज तक जारी नहीं किया गया है। जबकि आंगनवाडी कर्मी सरकार की विभिन्न योजनाओं के अमल हेतु शासन के मुख्य अंग के रूप में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी का काम करती है। हमारी मांग है कि सरकार हमारा न्यूनतम मानदेय 26,000 रुपये करें और दूसरे विभागों की तरह सुविधाएं दे। वर्ना आज एकदिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया है यदि मांगे पूर्ण नही हुई तो अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा उस दौरान मुख्यमंत्री के खिलाफ हाय हाय के नारे लगाए गए। वही जिलाध्यक्ष शशिकला पांडेय ने कहा हम सरकार बना सकते है तो सरकार गिरा सकते है।

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 सीटू के बैनर तले अपनी मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने रैली निकाल कर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर रीवा को सौपा ज्ञापन।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ ने मुख्यमंत्री के खिलाफ हाय हाय के लगाए नारे।

    रीवा/आज पूरे जिले के आंगनबाड़ी कर्मियों ने मानदेय मे बृद्धि की विसंगतियों को दूर कर आदेश तुरंत जारी किये जाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर रीवा को ज्ञापन सौंपा गया।

लगातार बढ़ती भीषण महगाई के चलते प्रदेश में विभिन्न श्रेणी के संविदा कर्मियों व अन्य श्रेणी के कर्मचारियों के वेतन में जो वेतन वृद्धि सरकार के द्वारा की गयी है उसके अनुपात में प्रदेश सरकार द्वारा आंगनवाडी कर्मियों के मानदेय वृद्धिमात्र की है। जहा पर सरकार द्वारा मानदेय वृद्धि में सहायिकाओं एवं मिनी आंगनवाड़ी केन्द्र की कार्यकर्ताओं के मानदेय में बेहद सीमित वृद्धि के माध्यम से सरकार ने दोहरा भेदभाव किया जा रहा है तथा 2018 की वृद्धि की राशि से काटे गये राशि की वापसी के अलावा मानदेय में कोई वृद्धि ही नहीं की गयी। यू मुख्यमंत्री के द्वारा कई बार घोषणा की गयी लेकिन इसका आदेश आज तक जारी नहीं किया गया है।

जबकि आंगनवाडी कर्मी सरकार की विभिन्न योजनाओं के अमल हेतु शासन के मुख्य अंग के रूप में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी का काम करती है। हमारी मांग है कि सरकार हमारा न्यूनतम मानदेय 26,000 रुपये करें और दूसरे विभागों की तरह सुविधाएं दे।

वर्ना आज एकदिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया है यदि मांगे पूर्ण नही हुई तो अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा उस दौरान मुख्यमंत्री के खिलाफ हाय हाय के नारे लगाए गए।

वही जिलाध्यक्ष शशिकला पांडेय ने कहा हम सरकार बना सकते है तो सरकार गिरा सकते है।

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