सीएमएचओ भोपाल और एम्स प्रबंधन के संयुक्त आयोजन में हुआ चिकित्सकों का प्रशिक्षण* *स्नेक बाइट, डॉग बाइट और रेबीज़ से बचाव एवं उपचार के लिए एम्स फैकल्टी ने दिया प्रशिक्षण*
अगस्त 26, 2023
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सम्भागीय जनसम्पर्क कार्यालय, भोपाल
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
*सीएमएचओ भोपाल और एम्स प्रबंधन के संयुक्त आयोजन में हुआ चिकित्सकों का प्रशिक्षण*
*स्नेक बाइट, डॉग बाइट और रेबीज़ से बचाव एवं उपचार के लिए एम्स फैकल्टी ने दिया प्रशिक्षण*
भोपाल: 26 अगस्त 2023
स्नेक बाइट, डॉग बाइट और रेबीज़ से बचाव एवं उपचार के लिए शनिवार को एम्स चिकित्सालय में प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। जिसमें एम्स फैकल्टी ने जिले की विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में पदस्थ चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल द्वारा आयोजित प्रशिक्षण में स्वास्थ्य विभाग, एम्स, रेलवे, गैस राहत, मिलिट्री हॉस्पिटल, खुशीलाल आयुर्वेदिक हॉस्पिटल, ईएसआई अस्पताल के चिकित्सक शामिल हुए। राष्ट्रीय रेबीज नियंत्रण कार्यक्रम एवं राष्ट्रीय सर्पदंश नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित इस प्रशिक्षण में 70 चिकित्सकों को प्रशिक्षित किया गया।
प्रशिक्षण का शुभारंभ करते हुए एम्स अस्पताल के अध्यक्ष डॉ. सुनील मलिक ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग जिला भोपाल द्वारा एम्स चिकित्सालय में आयोजित प्रशिक्षण कि यह पहल सराहनीय है। एम्स प्रबंधन, अस्पताल में आने वाले मरीजों के इलाज के साथ-साथ समुदाय स्तर पर भी लोगों को बीमारियों के प्रति जागरूक करने के लिए प्रतिबद्ध है । इस प्रशिक्षण की जानकारी स्नेक बाइट, डॉग बाइट एवं रेबीज के प्रति जागरूकता एवं बचाव की दिशा में सार्थक सिद्ध होगी।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ. प्रभाकर तिवारी ने कहा कि एम्स अस्पताल के चिकित्सकों के ज्ञान, कौशल एवं अनुभव का लाभ विभागीय चिकित्सकों एवं आमजन तक पहुंचाने के लिए भविष्य में भी इस प्रकार के प्रशिक्षण आयोजित किए जाते रहेंगे । एम्स जैसे प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान के चिकिस्कीय ज्ञान एवं अनुभव से भोपाल को स्वास्थ्य की सेवाओं के क्षेत्र में अग्रणी बनाए जाने का प्रयास किया जाएगा। भोपाल की सभी शासकीय स्वास्थ्य संस्थानों में डॉग बाइट ,स्नेक बाइट एवं रेबीज प्रोफिलेक्स के प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित कर उपचार किया जा रहा है।
प्रशिक्षण में राष्ट्रीय रेबीज नियंत्रण कार्यक्रम एवं राष्ट्रीय सर्पदंश नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत रेबीज से बचाव हेतु एंटी रेबीज वैक्सीन के बारे में जानकारी दी गई । साथ ही सर्पदंश से बचाव एवं उपचार के प्रोटोकॉल के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया। रेबीज एक जानलेवा बीमारी है, लेकिन वैक्सीन के द्वारा इस बीमारी से बचाव किया जा सकता है । रेबीज की वैक्सीन सरकारी अस्पतालों में निशुल्क उपलब्ध है। कुत्ते या सांप के काटने का इलाज भी शासकीय स्वास्थ्य संस्थानों में निशुल्क प्रदान किया जाता है।
प्रशिक्षण में बताया गया कि चिकित्सक उनके पास आने वाले मरीजों के उपचार के साथ-साथ उन्हें अंधविश्वासों के प्रति भी जागरूक करें। सांप के काटने के बाद शुरुआत का समय बेहद महत्वपूर्ण होता है। इस समय घरेलू उपचार या झाड़ फूंक करवाने से व्यक्ति की जान भी जा सकती है , इसीलिए बिना विलंब किए चिकित्सक को दिखाना बहुत जरूरी होता है। सांप या कुत्ते के काटने पर बिना विलंब किए नजदीकी स्वास्थ्य संस्था में चिकित्सक को दिखाना आवश्यक है । जिस स्थान पर सांप ने काटा है, उस स्थान को नहीं बांधना चाहिए। साथ ही उसे स्थान को हिलाना डुलाना भी नहीं चाहिए। कुत्ते के काटने पर काटे हुए स्थान को साबुन एवं नल के बहते पानी से धो लेना चाहिए।चिकित्सक को तुरंत दिखाना जरूरी है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के अवसर पर एम्स की प्रभारी डायरेक्टर डॉ.बरखा, डिप्टी डायरेक्टर कर्नल अजीत कुमार, डीन एकेडमिक्स डॉ.राजेश मलिक, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. शशांक पुरवार उपस्थित रहे। यह प्रशिक्षण जनरल मेडिसिन डिपार्टमेंट की प्रोफेसर डॉ. सीमा पी महंत, कम्यूनिटी मेडिसिन डिपार्टमेंट के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ.पंकज प्रसाद, सर्जरी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. कृष्ण कुमार द्वारा प्रदान किया गया।
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क्रमांक/2384/247
विजय/अरुण शर्मा