मुस्लिम धोबी समाज को आरक्षण की मांग को लेकर इलाहाबाद जनकल्याण समिति ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा
प्रयागराज : सामाजिक न्याय और वंचित वर्गों के अधिकारों की रक्षा हेतु कार्यरत संस्था इलाहाबाद जनकल्याण समिति ने मुस्लिम धोबी समाज को अनुसूचित जाति या अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) में शामिल किए जाने की मांग को लेकर एक ज्ञापन महामहिम राष्ट्रपति महोदय को भेजा है। यह ज्ञापन अपर जिलाधिकारी (नगर), प्रयागराज के माध्यम से प्रेषित किया गया।
ज्ञापन में इलहाबाद जन कल्याण समिति के अध्यक्ष मोहम्मद हन्जला कहा गया है कि मुस्लिम धोबी समाज की सामाजिक व आर्थिक स्थिति हिंदू धोबी समाज के समान है, लेकिन इसके बावजूद उन्हें आरक्षण का लाभ नहीं दिया जा रहा, जो संविधान के अनुच्छेद 14 के अंतर्गत समानता के अधिकार और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों का स्पष्ट उल्लंघन है।
🔹 प्रमुख बिंदु जो ज्ञापन में उठाए गए : 1. मुस्लिम धोबी समाज सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक रूप से अत्यंत पिछड़ा हुआ है। 2. परंपरागत पेशा उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने में बाधा बन रहा है। 3. समान परिस्थितियों के बावजूद उन्हें संविधान प्रदत्त संरक्षण नहीं मिल रहा। 4. केंद्र व राज्य सरकार को चाहिए कि इस समाज की स्थिति का सामाजिक व आर्थिक सर्वेक्षण कराकर दस्तावेजीकरण करे। 5. शिक्षा, रोजगार और सरकारी योजनाओं में आरक्षण के अंतर्गत विशेष सुविधाएं दी जाएं।
🔸 मांगें : मुस्लिम धोबी समाज को अनुसूचित जाति अथवा अन्य पिछड़ा वर्ग की सूची में शामिल किया जाए।
विशेष सामाजिक-आर्थिक योजनाओं में प्राथमिकता दी जाए।
केंद्र व राज्य सरकार इस दिशा में शीघ्र ठोस कदम उठाए।
इस ज्ञापन को सौंपने में प्रमुख रूप से इलाहाबाद जनकल्याण समिति के कोषाध्यक्ष मोहम्मद नासिर हवारी, जिलाअधिवक्ता संघ कार्यकारिणी सदस्य मुमताज अहमद, जुबैर अहमद, परशुराम चौहान, मोहम्मद यूनुस, मोहम्मद मुस्तकीम, एडवोकेट फरीदुद्दीन, एडवोकेट हुसैन और मौअज्जम अंसारी मौजूद रहे।
🔸 ज्ञापन सौंपने के बाद समिति के सदस्यों ने कहा कि यदि शीघ्र कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया तो वे इस मांग को लेकर प्रदेश स्तर पर आंदोलन भी कर सकते हैं।
विशेष रिपोर्ट
*मुस्लिम धोबी समाज को आरक्षण की मांग को लेकर इलाहाबाद जनकल्याण समिति ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा*