भारत रत्न राजशी पुरुषोत्तम दास टंडन की 141 वीं जयंती धूमधाम से हुई सम्पन्न

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भारत रत्न राजर्शी पुरुषोत्तम दास टंडन की 141वीं जयंती  धूमधाम से हुई संपन्न




राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन इंटर कॉलेज व हिंदी विद्यापीठ प्रयाग महेवा नैनी प्रयागराज परिसर में भारत रत्न पुरुषोत्तम दास टंडन की 141 वीं जयंती समारोह सैकड़ों छात्र-छात्राओं ,अध्यापकों, अभिभावकों व क्षेत्रीय गणमान्य लोगों की उपस्थिति में धूमधाम से संपन्न हुआ जिसके मुख्य अतिथि श्याम सुंदर सिंह पटेल कारगिल युद्ध विजेता एवं वरिष्ठ समाजसेवी रहे अध्यक्षता सत्यव्रत मेहरोत्रा ,विशिष्ट अतिथि डॉ शशि टंडन प्रबंधक, अनिल कुमार गुप्ता उर्फ अन्नू भैया, भगवत प्रसाद कुशवाहा ,राकेश कुमार तिवारी ,डॉ रंजना त्रिपाठी रहीं कार्यक्रम संयोजन स्वामीनाथ त्रिपाठी प्रधानाचार्य एवं स्टाफ ने किया कार्यक्रम का शुभारंभ एनसीसी कैडेट द्वारा बैंड बाजे से स्वागत करते हुए मुख्य अतिथि व अन्य अतिथियों द्वारा राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया साथ ही उनकी स्मृति में पर्यावरण संरक्षण हेतु वृक्षारोपण भी किया गया तत्पश्चात  सभा हाल में अतिथियों के पहुंचने पर कार्यक्रम शुरू हुआ सर्वप्रथम मां सरस्वती व टंडन जी के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलन से हुआ बच्चों ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत कर भारत माता की जय, राजर्षी टंडन अमर रहे के नारों के साथ स्कूली बच्चों ने सभी का स्वागत गीत से स्वागत किया जिसमें आप जो आए हमारे द्वार ,आपका स्वागतम ,स्वागतम ,स्वागतम ..... प्रस्तुत  कर समा बांधा बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर वातावरण खुशनुमा बनाया जिसमें सुहानी यादव ने सोलो डांस वंदे मातरम, वंदे मातरम ,झंडा ऊंचा रहेगा ,देश प्यारा है ,यह हमारा है न्यारा है..... पर तालियां बटोरी इसी क्रम में छात्राओं ने देश रंगीला रंगीला... पर नृत्य प्रस्तुत कर लोगों से ढेर सारी तालियां बटोरी इसी क्रम में छात्राओं ने सूर्य नमस्कार प्रस्तुत कर कई आसनों का प्रदर्शन किया व लोगों से वाहवाही लूटी 





इस अवसर पर अनिल कुमार गुप्ता उर्फ अन्नू भैया ने बताया कि राजर्षि टंडन एक बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी व्यक्ति थे उनके अंदर त्याग, राष्ट्र के प्रति समर्पण ,दृढ़ संकल्प ,कर्मठता, कूट कूट कर भरा था और एक संघर्षशील  स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थी उनके जीवन आदर्शों से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए इसी प्रकार अन्य वक्ताओं ने भी उनके जीवन आदर्शों पर चर्चा कर उन्हें शत-शत नमन किया जिसमें भगवत प्रसाद कुशवाहा, स्वामीनाथ त्रिपाठी ,डॉ रामप्रकाश मिश्रा ,राकेश कुमार तिवारी, सत्यव्रत मेहरोत्रा, डॉ रंजना त्रिपाठी आदि ने विचार व्यक्त किए इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्याम सुंदर सिंह पटेल ने कहा कि राजर्षि टंडन का जन्म प्रयागराज में 01 अगस्त 18 82 में हुआ बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के थे हमेशा प्रथम श्रेणी के छात्र रहे खेलकूद में बड़ी रुचि थी और  खेलकूद टीम के कैप्टन रहे उच्च शिक्षा दीक्षा व वकालत की डिग्री लेकर वकालत का पेशा चुना क्योंकि उन्हें अंग्रेजों की नौकरी करना पसंद नहीं था इसी बीच देश की आजादी के आंदोलन चल रहे थे जिसमें कांग्रेस सेवक के रूप में शामिल होकर अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी और उन्हें देश से मार भगाया जिस पर उन्हें अनेकों बार जेल भी जाना पड़ा बहुत यातनाएं सही फिर भी ना डिगे, ना घबराए ,ना पीछे हटे ,हमेशा डटे रहे और राष्ट्र के प्रति समर्पित रहे आजादी के बाद  लोकसभा सदस्य निर्विरोध चुने गए राज्यसभा सदस्य  बने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हिंदी साहित्य सम्मेलन , हिंदी विद्यापीठ की स्थापना कर हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिलाने में उनका बहुत बड़ा योगदान रहा लोगों को शिक्षित करने के लिए स्कूल कॉलेज खोले महिलाओं की शिक्षा के लिए महिला कालेजों की स्थापना किया वे महिलाओं का बहुत सम्मान करते थे ऐसे महापुरुष की जयंती आज जनता व संस्थाएं देशभर में यहां तक कि विदेशों में भी मनाते हैं उनके एक-एक शब्द और वाक्य अनुकरणीय हैं उनके आदर्श वाक्य इस कालेज परिसर में शिलालेख के तौर पर सभी को  देखने को मिलते हैं यदि हम उनके आदर्श को जीवन में उतार ले तो हमारा जीवन धन्य हो जाएगा व राष्ट्र समाज का बहुत बड़ा  विकास होगा उनका सारा जीवन राष्ट्र निर्माण, इमानदारी कर्मठता, त्याग ,तपस्या व मानवता की सेवा में समर्पित था हम उनके आदर्शो पर चलने का संकल्प लें तभी उनकी जयंती मनाने की सार्थकता होगी अध्यक्षता कर रहे सत्यव्रत मेहरोत्रा ने उनके जीवन के कुछ दृष्टांत सुनाते हुए सभी के प्रति आभार प्रकट किए अंत में राष्ट्रगान भारत माता की जय के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ अंत में धन्यवाद ज्ञापन प्रधानाचार्य स्वामीनाथ त्रिपाठी ने किया इस अवसर पर शामिल प्रमुख लोगों में कारगिल युद्ध विजेता यश बी सिंह, शिव चरण सिंह ,रश्मि मिश्रा ,सुभाष चंद्र ,अतुल कुमार सिंह ,विनोद कुमार सिंह ,रचना सिंह ,आकांक्षा कुशवाहा ,अशोक मिश्र ,सतीश कुमार, अजीत ,शिवाकांत ,दुर्गेश कुमार मिश्र संगीत टीचर, दिनेश यादव ,कामिनी गुप्ता ,विजय रावत, प्रदीप कुमार,रतन श्रीवास्तव ,हेमलता ,रेनू सक्सेना, नीलम गिरी ,राखी श्रीवास्तव ,राजेंद्र तिवारी ,शेष नारायण तिवारी ,अनिल मिश्रा, शैला बाबू शर्मा , डब्बल शर्मा आदि सैकड़ों लोग शामिल रहे



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